सीद्दी मौला का विद्रोह

मध्यकालीन भारत का इतिहास
100%
सीद्दी मौला का विद्रोह

 यह जलालुद्दीन खिलजी के समय छज्जू के विद्रोह के दमन व रणथम्भौर अभियान के मध्य काल की घटना (1290-91) है।

बरनी, जो सीद्दी मौला के वध को 'अन्यायपूर्ण हत्या' बताता है, "मौला के कुचले जाने के दिन ऐसा भयंकर तूफान आया कि संसार में अंधेरा छा गया और इसके बाद भीषण सूखे की स्थिति पैदा हो गई। अनाज का मूल्य एक टंका प्रति सेर हो गया, लोग रोटी का स्वाद भी भूल गये। 

शिवालिक पहाड़ियों के किसान दिल्ली में एकत्र हो गए, 20-20, 30-30 के समूहों में उन्होंने यमुना में डूब कर प्राण त्यागे। उस दिन की चरम परिणति सुल्तान की उसके भतीजे अलाउद्दीन द्वारा हत्या थी।"

~ 12 Oct, 2024

मुगलकाल में आये प्रमुख विदेशी यात्री

1. राल्फ फिच (1583-91 ई.): यह अकबर के समय में पहुँचने वाल अंग्रेज यात्री था। इसने फतेहपुर सीकरी एवं आगरा की तुलना लंदन से किया था।

2. कैप्टन हाकिन्स (1608-11 ई.): यह ईस्ट इंडिया कम्पनी के प्रतिनिधि के रूप में जहाँगीर के दरबार में पहुँचा। जहाँगीर ने इसे 400 का मनसब.....

continue reading
मुगलकाल में आये प्रमुख विदेशी यात्री