1793 ई. में लार्ड कार्नवालिस द्वारा लागू किया गया स्थायी बन्दोबस्त (Permanent Settlement) ब्रिटिश भारत की एक प्रमुख भू-राजस्व व्यवस्था थी। यह व्यवस्था मुख्य रूप से बंगाल, बिहार, उड़ीसा और वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में लागू की गई थी। इसका उद्देश्य भू-राजस्व.....

- बंगाल में 1770 ई. के अकाल व तीर्थ स्थलों की यात्रा पर लगे प्रतिबन्ध ने हिन्दू नागा व गिरि संन्यासियों को विद्रोह करने पर मजबूर किया।
- यह संन्यासी शंकराचार्य के अनुयायी थे।
- सन्यासी विद्रोह का नेतृत्व द्विजनारायण, केना सरकार ने किया था।
- संन्यासियों ने बोगरा और मैमन सिंह में अपनी स्वतन्त्र सरकार बनाई।
- बाद में इस आन्दोलन में बेदखली से प्रभावित किसान एवं विघटित, सताच्युत जमींदार भी शामिल हो गये।
- इस दौरान बंगाल में पड़े भीषण अकाल के कारण इन सभी ने मिलकर खेतों में खड़ी फसल एवं कम्पनी के अनाज गोदामों को लूटना आरम्भ कर दिया।
- भवानी पाठक, देवी चौधरानी, मूसाशाह एवं मजनूशाह भी इस आन्दोलन से जुड़े हुए थे।
- बंकिमचन्द्र चटर्जी ने अपने उपन्यास 'आनन्दमठ' एवं 'देवी चौधरानी' में सन्यासी विद्रोह का उल्लेख किया है।
- वारेन हेस्टिंग्स ने लम्बे अभियान के बाद संन्यासी विद्रोह को कुचला लेकिन 1800 ई. तक बंगाल और बिहार में संन्यासियों का अंग्रेजों मे संघर्ष होता रहा।
- पहली बार वन्देमातरम का नारा सन्यासी विद्रोह में दिया गया था।
~ 25 May, 2024